अध्याय1 श्लोक43 - श्रीमद भगवद गीता

श्रीमद भगवद गीता

अध्याय 1 : दोनों सेनाओं का विवरण और अर्जुन का युद्ध से विषाद

अ 01 : श 43

उत्सन्नकुलधर्माणां मनुष्याणां जनार्दन ।
नरकेऽनियतं वासो भवतीत्यनुशुश्रुम ॥

संधि विच्छेद

उत्सन्न कुलधर्माणां मनुष्याणां जनार्दन ।
नरकेच नियतं वासः भवति इति अनुशुश्रुम ॥

अनुवाद

हे जनार्दन! मैंने सुना है कि जिन मनुष्यों का कुल धर्म नष्ट हो जाता है वे अनिश्चित काल के लिए नरक भोगते हैं|

व्याख्या