अध्याय1 श्लोक9 - श्रीमद भगवद गीता

श्रीमद भगवद गीता

अध्याय 1 : दोनों सेनाओं का विवरण और अर्जुन का युद्ध से विषाद

अ 01 : श 09

अन्ये च बहवः शूरा मदर्थे त्यक्तजीविताः ।
नानाशस्त्रप्रहरणाः सर्वे युद्धविशारदाः ॥

संधि विच्छेद

अन्ये च बहवः शूरा मत् अर्थे त्यक्त-जीविताः ।
नाना शस्त्र प्रहरणाः सर्वे युद्ध विशारदाः ॥

अनुवाद

दूसरे अन्य भी हैं जो मेरे लिए अपने प्राण निक्षावर करने के लिए तत्पर हैं| वे सभी युद्ध में निपुण हैं और सभी अस्त्र-शस्त्रों से सुसज्जित हैं |

व्याख्या