पांडव(अर्थात अर्जुन) ने तब सम्पूर्ण ब्रम्हांड और उसके विभिन्न विभागों को देवों के देव [भगवान श्री कृष्ण] के शरीर में एक ही स्थान पर एकत्रित देखा|
व्याख्या
संजय जो धृष्टराष्ट्र को सारा वृतांत सुना रहे थे (श्लोक #९) ने तब कहा कि अर्जुन ने भगवान श्री कृष्ण ने शरीर में एक ही स्थान पर सम्पूर्ण ब्रम्हांड और इसके सभी खण्डों या विभागों को देखा| यहाँ पर अर्जुन के लिए पांडव शब्द का प्रयोग है और भगवान श्री कृष्ण के लिए देवों देव शब्द का|